चूमकर मेरे बालो को सहलाता कौन है
मेरे हर गम मे मुझको बहलाता कौन है
शिद्दत और तड़प के फूल चढ़ाकर "मीत"
आसुवो से मेरे कब्र को नहलाता कौन है
रोहित कुमार "मीत"
शुक्रवार, 7 मई 2010
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
हिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और बधाई
जवाब देंहटाएंकृपया अन्य ब्लॉगों को भी पढें और अपनी बहुमूल्य टिप्पणियां देनें का कष्ट करें
स्वागत है.
जवाब देंहटाएंbahut achcha ji
जवाब देंहटाएंarganikbhagyoday.blogspot.com