वाह वाह - क्या बात है
ओये होए ....क्या बात है ....
♥ प्रिय बंधुवर रोहित कुमार "मीत" जी सस्नेहाभिवादन ! इतने मिले है जख्म कि नासूर हो गए इतना मिला है दर्द कि मजबूर हो गए इतने लगाये दाग वफाओं के नाम पर हम बेवफा के नाम से मशहूर हो गए बहुत अच्छा लिखा है … आपकी पुरानी पोस्ट्स की रचनाएं भी रवां-दवां और शानदार हैं बधाई और मंगलकामनाओं सहित… - राजेन्द्र स्वर्णकार
वाह वाह - क्या बात है
जवाब देंहटाएंओये होए ....
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प्रिय बंधुवर रोहित कुमार "मीत" जी
सस्नेहाभिवादन !
इतने मिले है जख्म कि नासूर हो गए
इतना मिला है दर्द कि मजबूर हो गए
इतने लगाये दाग वफाओं के नाम पर
हम बेवफा के नाम से मशहूर हो गए
बहुत अच्छा लिखा है …
आपकी पुरानी पोस्ट्स की रचनाएं भी रवां-दवां और शानदार हैं
बधाई और मंगलकामनाओं सहित…
- राजेन्द्र स्वर्णकार