सबकी नज़रों से खुद को बचा लीजिये
एक तिल अपने रुख पर लगा लीजिये
लग ना,जाये कही तुमको अपनी नज़र
एक तिल अपने रुख पर लगा लीजिये
लग ना,जाये कही तुमको अपनी नज़र
आईने से निगाहें हटा लीजिये
ये बहकती निगाहें ठहर जायेंगी
ख्वाब आँखों मे कोंई सजा लीजिये
हंसके कट जायेगा प्यार का रास्ता
हमसफ़र मुझको अपना बना लीजिये
रौशनी को कोंई रास्ता चाहिए
आप चेहरे से परदा उठा लीजिये
बेकरारी मे भी चैन मिल जायेगा
"मीत" को मीत अपना बना लीजिये
रोहित कुमार "मीत"